हम समुन्दर के लिए नही है
और ना ही है हम मेघों के लिए
ना पपीहे के कंठ के लिए
और ना ही मोरपंखों के लिए
हम वो बूंद है
जो
सोख लिए जाऐंगे रेगिस्तान में ............
और ना ही है हम मेघों के लिए
ना पपीहे के कंठ के लिए
और ना ही मोरपंखों के लिए
हम वो बूंद है
जो
सोख लिए जाऐंगे रेगिस्तान में ............
गहन..
ReplyDeleteअति सुन्दर....
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